Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में यह बैठक संसद भवन परिसर में करीब डेढ़ घंटे तक चली। इसमें विभिन्न दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने सेना की कार्रवाई की सराहना की और सरकार को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक में पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर भारत की सैन्य कार्रवाई के लिए चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और उसके बाद की स्थिति की जानकारी दी। बैठक में राजनीतिक दलों ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर एकजुटता दिखाई।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में यह बैठक संसद भवन परिसर में करीब डेढ़ घंटे तक चली। इसमें विभिन्न दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने सेना की कार्रवाई की सराहना की और सरकार को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।
बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि बैठक की शुरुआत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में सभी नेताओं को विस्तृत जानकारी दी। सैन्य कार्रवाई होने के कारण तकनीकी विवरण साझा नहीं किया गया। उन्होंने मौजूदा हालात और सरकार की मंशा से अवगत कराया। इसके बाद सभी नेताओं ने अपना और पार्टी का मत रखा और सुझाव भी दिए।
रिजिजू ने कहा कि सभी दलों ने गंभीरता और ज़िम्मेदारी से बात रखी। सभी ने माना कि ऐसे समय राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रीय हित में सोचने की ज़रूरत है। नेताओं की एकता ही हमारी लोकतांत्रिक ताकत है। सभी ने सेना की सफलता पर गर्व जताया। बैठक में कई नेताओं की ओर से उपयोगी सुझाव भी आए। उन्होंने कहा कि चुनौतीपूर्ण समय में सभी राजनीतिक दलों ने परिपक्वता दिखाई है। सभी नेताओं ने एकमत होकर सेना के ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई पर बधाई दी। सभी ने एकजुट होकर कहा है कि वे हर निर्णय में सरकार का साथ देंगे।
रिजिजू के मुताबिक, रक्षा मंत्री ने आज की बैठक में कहा कि आज की बैठक यह दर्शाती है कि हम केवल सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि देश बनाने के लिए राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक परिपक्व लोकतंत्र है। यह झलकता है।
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आंतकवादियों ने 26 पर्यटकों कर हत्या कर दी थी। इस पर भारतीय सशस्त्र बलों ने पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया।